बालाघाट - Knowledge Notes

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Thursday, 20 December 2018

बालाघाट

बालाघाट - Balaghat वैनगंगा नदी की गोद में दक्षिण–पूर्वी मध्यप्रदेश का एक शान्त, सुन्दर शहर। बालाघाट शहर सतपुडा पर्वतमाला के छोर पर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ की त्रिकोणीय सीमा पर बसा है। वैसे तो यह शहर शुद्ध हिन्दी भाषी है, पर यहां कुछ बोलियां भी प्रचलित है। इसके 50% भाग में जंगल है। यह एक नगरपालिका व बालाघाट जिले का प्रशासकीय मुख्यालय है। माना जाता है की इसे पहले "बूरा" या "बुरहा" के नाम से जाना जाता था और बाद मे इसका नाम बालाघाट पडा परन्तु इस बात का कोई प्रामाणिक स्रोत नही है।

भौगोलिक स्थिति
21.7421849, 80.2775546

बालाघाट 21.8° N 80.18° E[1] अक्षान्श पर स्थित है। इसकी समुद्र तल से औसत ऊचाई 288 मी (944 फीट) है।

कृषि और खनिज
धान, मोटा अनाज और दलहन वैनगंगा नदी घाटी के उपजाऊ क्षेत्र में उगने वाली प्रमुख फ़सलें हैं। बालाघाट कृषि व्यापार और भारत सरकार का उपक्रम मैग्नीज और इंडिया लिमिटेड़ मैंगनीज खदान हैं। भरवेली और उक्वा यहाँ की मुख्य खदानें हैं। भरवेली एशिया की सबसे बड़ी मैंगनीज खदान हैं। साथ ही भारत सरकार की एक और कंपनी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड़ जो बालाघाट के मलाजखंड नगर पालिका के अंतरगत आता है।

प्रसिद्ध स्थल
घूमने के लिए वैसे तो आप किसी भी जगह घूम लो आपको प्राकृतिक दृश्य बहुतायत मिलेंगे, आपको हर जगह सामाजिक समरसता के दर्शन होंगे। यहां के निवासी व्यवहार कुशल है, जो आपको एक शानदार भारतीय विरासत के दर्शन करवाएंगे।

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
हट्टा की बावड़ी या बाहोली
लांजी का प्राचीन किला
गंगुल्पारा बाँध एवं जल प्रपात
धुती बाँध
किरनाई मन्दिर{किरनापुर}
रामपायली में स्थित प्राचीन मंदिर, जहां स्वयं श्री राम के चरण पड़े थे
माँ ज्वाला देवी मंदिर भरवेली नगर से 5 किमी में वीराजमान है।
बाहकल प्राचीन देवी मंदिर

1 comment:

  1. Thanks for sharing this Valuable Information About Balaghat.

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